हेरा फेरी के 22 साल! बाबूराव-राजू-श्याम के वो डायलॉग जो आज भी गुदगुदाते हैं

कहते हैं कि एक फ़िल्म की सफ़लता उसकी बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन से नहीं, बल्कि इस बात से नापी जाती है कि वो कई साल बाद भी दर्शकों के लिए उतनी ही फ्रेश रहे. इस मामले में 2000 में आई प्रियदर्शन की आइकॉनिक कॉमेडी 'हेरा फेरी' खरी उतरती है. 

'ऐ, खोपड़ी तोड़ साले का!' 

बाबूराव के स्टाइल में लोगों को ये डायलॉग आज भी गुदगुदा जाता है. हेरा फेरी उन फ़िल्मों में से एक है, जिसके डायलॉग ही नहीं, सीन तक लोगों को याद हैं. इस फ़िल्म में कई तरह के सरप्राइज़ थे, जैसे परेश रावल. इससे पहले नेगेटिव और कैरेक्टर रोल से फ़िल्मों में पहचान बना चुके परेश रावल ने अपनी छवि पूरी तरह तोड़ दी. 

Hera Pheri BCCL

अक्षय कुमार एक्शन फ़िल्मों के लिए जाने जाते थे, लेकिन यहीं से उनकी कॉमेडी की गाड़ी चालु हुई और दर्शाक आजभी उन्हें सबसे ज़्यादा ऐसे ही रोल्स में पसंद करते हैं. कहा जाता है कि अक्षय कुमार 90s में एक्शन करते-करते बोर हो गए थे और वो ख़ुद प्रियदर्शन के पास इस फ़िल्म में काम मांगने गए थे. बस वो दिन था, और आज का दिन है, दोनों की जोड़ी हिट फ़िल्में देती जा रही है. 

आज करोड़ों बार देखी गई ये फ़िल्म रीलीज़ के समय ज़्यादा पैसे नहीं कमा पाई थी. इस फ़िल्म को लोकप्रियता या कहें कल्ट स्टेटस बहुत बाद में मिलना शुरू हुआ. 

चलिए, इस फ़िल्म के कुछ यादगार डायलॉग को फिर से जी लेते हैं: 



Source: Indiatimes

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